अशोक लीलैंड 38-सीटर बस: कीमत, फीचर्स और रिव्यू (2025)
अशोक लीलैंड की 38-सीटर बसों के मॉडल गरुड़ 12M, वाइकिंग और ऑयस्टर की जानकारी प्राप्त करें। 2025 में कीमत, फीचर्स और रिव्यू देखें।
समीक्षा
लेखक
PS
By Pawan
शेयर करें
अशोक लीलैंड, जो व्यावसायिक वाहन उद्योग में एक प्रतिष्ठित नाम है, विभिन्न परिवहन आवश्यकताओं के लिए 38-सीटर बसों की एक श्रृंखला प्रदान करता है। चाहे वह अंतरशहरी यात्रा हो, शहरी आवागमन हो, या लंबी दूरी की यात्रा, उनके गरुड़ 12M, वाइकिंग और ऑयस्टर मॉडल टिकाऊपन, प्रदर्शन और आराम के लिए जाने जाते हैं। नीचे हम 2025 में इन बसों की कीमत, फीचर्स और रिव्यू की जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
1. अशोक लीलैंड गरुड़ 12M
गरुड़ 12M को छोटी और लंबी दोनों दूरी की यात्रा के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो ईंधन दक्षता और यात्री आराम का बेहतरीन संयोजन प्रदान करता है।
मुख्य फीचर्स:
इंजन: H-सीरीज 6-सिलेंडर टर्बोचार्ज्ड डीजल
पावर: 147 kW
टॉर्क: 700 Nm
फ्यूल टैंक: 350 लीटर
सीटिंग क्षमता: 38 यात्रियों (37+D) तक कॉन्फ़िगर करने योग्य, पुश-बैक सीटों के साथ
क्यों चुनें
उच्च ईंधन दक्षता
आरामदायक सीटिंग, बछड़े को सहारा देने वाली डिज़ाइन
अंतरशहरी और हाईवे यात्रा के लिए आदर्श
2. अशोक लीलैंड वाइकिंग
1976 में लॉन्च होने के बाद से, वाइकिंग अपनी मजबूती और बहुपयोगिता के कारण फ्लीट ऑपरेटर्स की पसंदीदा बस बनी हुई है।
मुख्य फीचर्स:
इंजन: इनलाइन-6 डीजल इंजन
पावर आउटपुट: 160 bhp और 180 bhp वेरिएंट उपलब्ध
डिज़ाइन: फ्रंट-इंजन लेआउट, स्टेप एंट्रेंस के साथ
सीटिंग क्षमता: 38-सीटर कॉन्फ़िगरेशन
क्यों चुनें
दशकों से सिद्ध टिकाऊपन
शहरी और अंतरशहरी यात्रा के लिए उपयुक्त
ईंधन की कुशल खपत
3. अशोक लीलैंड ऑयस्टर
ऑयस्टर एक प्रीमियम विकल्प है जिसे शहरी परिवहन के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो दक्षता और आराम का संतुलन प्रदान करता है।
मुख्य फीचर्स:
इंजन: H-सीरीज 4-सिलेंडर टर्बोचार्ज्ड डीजल
पावर: 110 kW
टॉर्क: 450 Nm
फ्यूल टैंक: 115 लीटर या 185 लीटर विकल्प
सीटिंग क्षमता: 38+D तक कॉन्फ़िगर करने योग्य, पुश-बैक सीटों के साथ
क्यों चुनें
शहरी परिवहन के लिए आदर्श
कॉम्पैक्ट डिज़ाइन, जिससे संकरी सड़कों पर आसानी से चल सकती है
आरामदायक सीटिंग और आधुनिक इंटीरियर
अशोक लीलैंड 38-सीटर बस कीमत (2025)
38-सीटर अशोक लीलैंड बस की कीमत मॉडल, कॉन्फ़िगरेशन और क्षेत्र के अनुसार भिन्न होती है। 2025 में संभावित मूल्य इस प्रकार हैं:
गरुड़ 12M: ₹30-40 लाख
वाइकिंग: ₹28-38 लाख
ऑयस्टर: ₹25-35 लाख
रिव्यू और ग्राहक प्रतिक्रिया
ईंधन दक्षता: ऑपरेटर्स ने कम परिचालन लागत और अच्छी माइलेज को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, जिससे ये बसें दीर्घकालिक उपयोग के लिए किफायती बनती हैं।
टिकाऊपन और रखरखाव: अशोक लीलैंड की बसें कम रखरखाव की जरूरत के साथ आती हैं और पूरे भारत में इनके स्पेयर पार्ट्स और सर्विस सेंटर आसानी से उपलब्ध हैं।
यात्री आराम: एर्गोनोमिक सीटिंग और उन्नत सस्पेंशन सिस्टम लंबी यात्रा के दौरान भी आरामदायक अनुभव प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष
यदि आप एक विश्वसनीय, ईंधन-कुशल और टिकाऊ 38-सीटर बस की तलाश में हैं, तो अशोक लीलैंड की गरुड़ 12M, वाइकिंग और ऑयस्टर मॉडल बेहतरीन विकल्प हैं। चाहे अंतरशहरी, हाईवे, या शहरी मार्गों के लिए हो, ये बसें किफायती कीमत में उच्च प्रदर्शन प्रदान करती हैं।
नवीनतम समाचार और अपडेट के लिए 91ट्रक्स के साथ जुड़े रहें। 91ट्रक्स वाणिज्यिक वाहन उद्योग से संबंधित नई लॉन्चिंग, अपडेट और जानकारियों के लिए सबसे तेजी से बढ़ता डिजिटल प्लेटफॉर्म है।
हाइड्रोजन फ्यूल-सेल इंजन व्यवसायिक वाहनों में: क्या दुनिया तैयार है?वर्तमान परिदृश्यव्यवसायिक वाहन क्षेत्र को कार्बन उत्सर्जन कम करने का दबाव बढ़ रहा है। हाइड्रोजन फ्यूल-सेल इंजन, जो हाइड्रोजन को बिजली में बदलकर वाहन चलाते हैं, इस चुनौती का एक समाधान बनकर उभर रहे हैं। भारी और लंबी दूरी के ट्रकों के लिए हाइड्रोजन के क...
महिंद्रा ट्रक्स और बसों ने अक्टूबर में 14 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि दर्ज कीमहिंद्रा ट्रक्स और बसों ने अक्टूबर में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ अच्छी बिक्री दर्ज की। यह बढ़ोतरी व्यवसाय वाहन उद्योग की मजबूत गति को दर्शाती है। यह मुख्य रूप से महिंद्रा ट्रक्स की वजह से हुआ, जिनकी मांग बड़े शहरों और छोटे कस्बों में समान रूप से ब...
वाईईआईडीए क्षेत्र में एनटीपीसी चलाएगी पहली हाइड्रोजन ईंधन बसेंभारत अब स्वच्छ परिवहन के नए दौर में कदम रख रहा है। एनटीपीसी जल्द ही देश की पहली हाइड्रोजन ईंधन बसें यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (वाईईआईडीए) क्षेत्र में चलाने जा रही है। यह परियोजना भारत के हरित सार्वजनिक परिवहन की दिशा में एक बड़ा कदम...
दुनिया के सबसे बड़े व्यवसाय वाहन कार्यक्रम: नवाचार और परिवहन के वैश्विक केंद्रपरिवहन उद्योग पूरी दुनिया को आगे बढ़ाता है। इसके केंद्र में होते हैं व्यवसाय वाहन प्रदर्शनियां, जहाँ नई सोच जन्म लेती है और वैश्विक लॉजिस्टिक्स को नई दिशा मिलती है। हर साल निर्माता, आपूर्तिकर्ता और नवाचार करने वाले लोग इन वैश्विक ट्रक कार्यक्रमों में...
बड़े व्यवसाय (OEM) की कम रुचि से सरकार की ई-बस टेंडर योजना रुकती हैसरकार की ई-बस योजना कुछ मुश्किलों का सामना कर रही है। शहरों में इलेक्ट्रिक बसें बढ़ाने के लिए सरकार ने कई लक्ष्य तय किए हैं, लेकिन बड़े व्यवसाय (OEM) इसमें ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, बड़े वाहन निर्माता अक्सर हिचकते हैं क...
फोर्स ट्रैक्स क्रूज़र: स्पेसिफिकेशन, कीमत और फीचर्सभारत के ग्रामीण और कठिन रास्तों पर यात्रियों को ले जाने के लिए फोर्स ट्रैक्स क्रूज़र लंबे समय से एक भरोसेमंद वाहन माना जाता है। यह वाहन मजबूत बॉडी, बड़ी बैठने की जगह और टिकाऊ इंजन के कारण पहचान रखता है। हालांकि, इसका डिजाइन और आराम स्तर आज के आधुनिक...
कर्नाटक में ई-बस की सुरक्षा पर सवाल, सरकार करेगी व्यवसाय ऑपरेटरों की समीक्षाकर्नाटक सरकार ने शहर में चल रही इलेक्ट्रिक बसों की सुरक्षा और संचालन को लेकर चिंता जताई है। परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने भारी उद्योग मंत्रालय से कहा है कि वे व्यवसाय ऑपरेटरों की जांच करें जो "ग्रॉस कॉस्ट कॉन्ट्रैक्ट (जीसीसी)" मॉडल के तहत ई-बसें च...
राजस्थान में घिलोत, कोटपुतली-बेहरोर में पहली ई-बस निर्माण इकाई स्थापित होगीराजस्थान जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उद्योग में कदम रखेगा। राज्य की पहली ई-बस निर्माण इकाई घिलोत, कोटपुतली-बेहरोर में बनेगी। यह कदम राजस्थान को टिकाऊ परिवहन की दिशा में आगे बढ़ाने का संकेत है। यह परियोजना सरकार की हरित मोबिलिटी और मजबूत ईवी निर्माण...