टाइम पत्रिका ने हाइड्रोजन फ्यूल सेल एक्ससिएन्ट ट्रक—जिसे ह्युंडई मोटर कम्पनी ने प्लसएआई के साथ मिलकर तैयार किया है—को अपनी बेस्ट इन्वेंशन्स 2025 सूची में “परिवहन” श्रेणी में जगह दी है। यह चयन इस बात की तरफ संकेत करता है कि लम्बी दूरी वाले माल परिवहन में शून्य-उत्सर्जन तकनीकों और स्वचालित ड्राइविंग सिस्टम का मेल किस तरह बढ़ रहा है।
ह्युंडई कई क्षेत्रों में एक्ससिएन्ट फ्यूल सेल प्लेटफॉर्म का परीक्षण कर रही है। इसके स्वचालित संस्करण में प्लसएआई द्वारा विकसित स्तर-4 स्वचालित ड्राइविंग सॉफ़्टवेयर लगाया गया है। इन तकनीकों का उद्देश्य ऐसा ट्रक तैयार करना है जो लम्बी दूरी तय कर सके, कम प्रदूषण करे और चालक के बोझ को कम करे। यह ट्रक हाइड्रोजन फ्यूल सेल प्रणाली पर चलता है, जो ट्रक में भरे हाइड्रोजन से बिजली बनाती है। इससे चलने के दौरान शोर नहीं होता और धुआँ भी नहीं निकलता। ऐसे गुण इसे उन बाज़ारों में डीज़ल ट्रकों के विकल्प के रूप में दिखाते हैं जहाँ हाइड्रोजन ढाँचा उपलब्ध है।
टाइम द्वारा मिली पहचान किसी तैयार व्यवसायिक समाधान का संकेत नहीं देती। यह केवल उन तकनीकों का मूल्यांकन है जिनके भविष्य की यात्रा प्रणाली पर असर की सम्भावना है। टाइम आम तौर पर किसी खोज की मौलिकता, उसके सम्भावित प्रभाव और उद्योगों पर पड़ने वाले असर को ध्यान में रखकर सूची जारी करता है। इस मामले में स्वचालित हाइड्रोजन ट्रक दो रुझानों का जोड़ है—भारी परिवहन का कम-उत्सर्जन भविष्य और माल ढुलाई की धीरे-धीरे बढ़ती स्वचालन प्रक्रिया।
ह्युंडई और प्लसएआई का सहयोग वाहन में लगे सेंसरों को सुधारने, सॉफ़्टवेयर की विश्वसनीयता बढ़ाने और वास्तविक सड़क परिस्थितियों का अध्ययन करने पर केंद्रित है। अमरीका में किए गए मैदानी परीक्षणों से यह देखा गया कि ट्रक लम्बी दूरी वाले मार्गों, राजमार्ग पर जुड़ने-विचलन, लेन बदलने और हल्की-फुल्की रुक-चाल वाली स्थिति में कैसा व्यवहार करता है। इन परीक्षणों से यह समझने में मदद मिलती है कि अलग-अलग भार, मौसम और भूभाग में हाइड्रोजन फ्यूल सेल कितनी ऊर्जा देता है। इन आँकड़ों से ऊर्जा क्षमता, ड्राइवट्रेन प्रदर्शन और स्वचालन प्रणाली में आगे सुधार किए जाते हैं।
हालाँकि हाइड्रोजन ढाँचा अभी सीमित है, ह्युंडई ऐसे क्षेत्रों की खोज कर रही है जहाँ भविष्य में हाइड्रोजन आधारित परिवहन संभव हो सकता है। प्लसएआई यह अध्ययन करती है कि उन्नत ड्राइवर सहायता तकनीक चालक की थकान कैसे कम कर सकती है और मार्ग संचालन को कैसे स्थिर बना सकती है। यह साझेदारी दोनों पक्षों को यह समझने में मदद करती है कि स्वचालित ड्राइविंग और फ्यूल सेल तकनीक एक साथ कैसे काम करती हैं, क्योंकि दोनों की अपनी-अपनी चुनौतियाँ हैं।
टाइम की सूची में शामिल होना एक चल रहे प्रयोग को प्रकाश में लाता है, न कि किसी अंतिम समाधान को। भारी ट्रकों को स्वच्छ ऊर्जा में बदलना अभी भी कठिन काम है, और स्वचालित सिस्टम का जुड़ना इसे और जटिल बनाता है। एक्ससिएन्ट परियोजना यह बताती है कि दुनिया भर की वाहन और तकनीक कंपनियाँ किस तरह ऊर्जा स्रोत और स्वचालन के संयोजन को परख रही हैं, ताकि लम्बी दूरी वाले मार्गों के लिए उपयोगी विकल्प ढूँढे जा सकें।
बेस्ट इन्वेंशन्स 2025 सूची में आने से ह्युंडई–प्लसएआई ट्रक भविष्य के माल परिवहन पर चल रही चर्चा का हिस्सा बन गया है। यह उस दौर को दर्शाता है जब भारी परिवहन को ऊर्जा परिवर्तन, सुरक्षा और संचालन क्षमता के नजरिये से फिर से देखा जा रहा है। फिर भी, स्वचालित हाइड्रोजन ट्रकों को सामान्य मार्गों पर चलने लायक बनाने के लिए अभी बहुत काम बाकी है।
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