एपोलो टायर्स ने ‘स्वस्थ सारथी’ नामक नई डिजिटल एप लॉन्च की है। इसका उद्देश्य लंबी दूरी के सफर पर रहने वाले ट्रक चालकों को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना है। यह पहल कंपनी के स्वास्थ्य कार्यक्रम के 25 साल पूरे होने के जश्न का हिस्सा है। यह यात्रा 2000 में शुरू हुई थी, जिसका लक्ष्य भारत के ट्रक चालकों की चिकित्सा और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करना था। आज के समय में मोबाइल स्वास्थ्य सेवाओं के बढ़ते महत्व को देखते हुए यह कदम बहुत ही सही समय पर लिया गया है।
यह एप सिर्फ क्लिनिक की सूची नहीं है। ट्रक चालक वीडियो कॉल के माध्यम से डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं, अपनी लक्षण जांच सकते हैं और नजदीकी एपोलो टायर्स स्वास्थ्य केंद्र का पता कर सकते हैं। कंपनी को उम्मीद है कि पहले चरण में लगभग 10,000 चालक इस डिजिटल सहायता का लाभ उठाएंगे। लगातार यात्रा करने वाले ट्रक चालकों के लिए, स्मार्टफोन पर ऐसी सुविधाएँ होना सच में जीवनरक्षक साबित हो सकता है।
एप के साथ, कंपनी ने एक श्वेतपत्र भी जारी किया है जिसका नाम है “ट्रकर्स — हमारी आपूर्ति श्रृंखला की रीढ़”। इस अध्ययन में ट्रक चालकों की जीवन गुणवत्ता से जुड़ी समस्याओं को देखा गया। इसमें सामने आया कि 74 प्रतिशत चालक सफर के दौरान सक्रिय रूप से चिकित्सा सहायता की तलाश करते हैं। तकनीक इस मामले में सबसे पसंदीदा रास्ता बन गई है क्योंकि इतनी ही संख्या में चालक पहले से ही स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह डिजिटल समाधानों की जरूरत को और मजबूत करता है।
एपोलो टायर्स के मुख्य निर्माण अधिकारी राजीव कुमार सिन्हा ने कहा, "हमारे 'वन फैमिली' मूल्य इस बात को दर्शाते हैं कि हम ट्रकिंग समुदाय के लिए विशेष स्वास्थ्य देखभाल के लिए प्रतिबद्ध हैं।" यह बयान यह दिखाता है कि स्वास्थ्य देखभाल केवल क्लिनिक तक सीमित नहीं हो सकती। कंपनी अब मोबाइल यूनिट और डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी यह सेवाएँ प्रदान कर रही है, जो ट्रक चालकों की अनियमित समय-सारिणी को देखते हुए बिल्कुल उपयुक्त है।
लॉन्च कार्यक्रम में कई प्रमुख हस्तियाँ मौजूद थीं, जिनमें एपोलो टायर्स इंडिया, सार्क और दक्षिण-पूर्व एशिया के व्यवसाय उपाध्यक्ष राजेश दहिया और ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री कुलतरन सिंह अतवाल शामिल थे। उनकी उपस्थिति ने ट्रक चालकों के जीवन को बेहतर बनाने वाली पहलों के महत्व को दर्शाया, जो अक्सर आम चर्चा में नजरअंदाज रह जाती हैं।