हाइवे पर कुछ ट्रक बहुत शोर करते हैं, वहीं शहर में चलने वाले कुछ ट्रक बिलकुल शांत होते हैं। ऐसा उनके इंजन की वजह से होता है। हर तरह का इंजन अलग काम के लिए बना होता है।
ट्रक के इंजन मुख्य रूप से 4 प्रकार के होते हैं: बाय-फ्यूल, डीज़ल, सीएनजी और पेट्रोल
हर इंजन के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। आइए इन्हें आसान भाषा में समझते हैं और जानते हैं कि आपके लिए कौन सा ईंधन सबसे सही है।
पेट्रोल इंजन में स्पार्क इग्निशन का इस्तेमाल होता है। ये ईंधन और हवा दोनों को जलाते हैं। ये ज़्यादातर हल्के ट्रकों में लगाए जाते हैं क्योंकि ये सस्ते, तेज़ और आसानी से ठीक होने वाले होते हैं।शहर के अंदर सामान पहुंचाने के लिए ये बहुत अच्छे होते हैं।
लेकिन इनकी भी कुछ कमियाँ होती हैं। जब भारी सामान उठाना होता है, तो पेट्रोल इंजन ज़्यादा ईंधन खर्च करता है। इसलिए लंबी दूरी की यात्रा पर यह महँगा पड़ सकता है।
डीज़ल इंजन में स्पार्क प्लग नहीं होता। इसमें हवा को बहुत ज़्यादा दबाकर गर्म किया जाता है और फिर डीज़ल छिड़का जाता है। जैसे ही डीज़ल गर्म हवा से मिलता है, वह खुद जल उठता है। इसे ही कम्प्रेशन इग्निशन कहते हैं।
इस तरीके से इंजन में बहुत ज़्यादा ताकत (टॉर्क) पैदा होती है, वो भी कम आरपीएम पर। इसलिए डीज़ल इंजन भारी सामान और लंबी दूरी के लिए सबसे बढ़िया होते हैं। साथ ही डीज़ल ईंधन किफायती भी होता है, जिससे ट्रक ज़्यादा दिन तक चलता है।
हाँ, डीज़ल इंजन की मरम्मत का खर्च थोड़ा ज़्यादा होता है। क्योंकि इनमें डीपीएफ और डीईएफ जैसे जटिल सिस्टम होते हैं जो प्रदूषण कम करते हैं।
सीएनजी इंजन में भी स्पार्क इग्निशन होता है, लेकिन इसमें पेट्रोल की जगह मीथेन गैस जलाई जाती है।
सीएनजी का ऑक्टेन नंबर ऊँचा होता है, जिससे यह शांत, साफ और पर्यावरण के लिए अच्छा होता है।
ये इंजन शहर के भीतर या तय रूट पर सबसे अच्छा काम करते हैं। जैसे कचरा उठाने वाले ट्रक या डिलीवरी वाले वाहन।
हालाँकि, सीएनजी के टैंक बड़े और भारी होते हैं, जिससे माल कम लाद सकते हैं और दूरी भी कम तय कर सकते हैं।
इसके अलावा, हर जगह सीएनजी भरने की सुविधा नहीं होती। इसलिए यह सिर्फ स्थानीय उपयोग के लिए अच्छा होता है।
बाय-फ्यूल इंजन पेट्रोल और सीएनजी दोनों से चल सकता है, लेकिन एक समय में एक ही ईंधन से। अमूमन यह पहले पेट्रोल से स्टार्ट होता है और फिर सीएनजी पर चला जाता है।
इससे यह सुविधा मिलती है कि जहाँ सीएनजी उपलब्ध हो, वहाँ उसका इस्तेमाल करके ईंधन बचाया जा सकता है। और जब ज़रूरत हो, तो पेट्रोल पर चला सकते हैं।
लेकिन इसमें एक कमी भी है। ये इंजन पेट्रोल के हिसाब से बनाए जाते हैं, इसलिए सीएनजी मोड में पूरी ताकत नहीं दे पाते।
आजकल कुछ ट्रक हाइड्रोजन और बिजली से भी चलते हैं, लेकिन फिर भी ये चार इंजन सड़क पर सबसे ज़्यादा चलते हैं। अगर आप समझ जाएँ कि कौन सा इंजन कैसे काम करता है, तो आप अपने काम के लिए सबसे सही ट्रक चुन सकते हैं।
अधिक लेख और समाचारों के लिए, 91ट्रक्स के साथ अपडेट रहें। हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें और ऑटोमोबाइल जगत के नवीनतम वीडियो और अपडेट के लिए हमें फेसबुक, इंस्टाग्राम, और लिंक्डइन पर फॉलो करें!
91ट्रक्स एक तेजी से बढ़ता डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो वाणिज्यिक वाहन उद्योग से संबंधित नवीनतम अपडेट और जानकारी प्रदान करता है।