भारत की सड़कों पर रोज़ नए चुनौतियाँ आती हैं। शहरों में माल ढुलाई के लिए कंपनियाँ अब साफ़, सस्ते और टिकाऊ उपाय ढूंढ रही हैं। जेईएम तेजइलेक्ट्रिक ट्रक उन्हीं उपायों में से एक है। यह भारत का पहला 1 टन का हाई-परफॉर्मेंस इलेक्ट्रिक ट्रक है, जो ताकत, कुशलता और बचत को एक साथ लाता है — वो भी बिना प्रदूषण के।
जेईएम तेज देखने में छोटा है, लेकिन इसकी ताकत बहुत ज्यादा है। इसका इलेक्ट्रिक मोटर तुरंत टॉर्क देता है। इसका ढाँचा भारी भार उठाने लायक है। सस्पेंशन झटके सह लेता है। तंग गलियाँ हों या ऊबड़-खाबड़ सड़कें — यह ट्रक हर जगह काम करता है।
यह बिना आवाज़ के चलता है। ईंधन की बचत करता है। धुआँ नहीं छोड़ता। और ताकत में कोई कमी नहीं। यहीं इलेक्ट्रिक गाड़ियों की असली जीत है।
शहरों में व्यवसायिक माल ढुलाई को तेज़ और सस्ता बनाना ज़रूरी है। हर रुपया मायने रखता है। जेईएम तेज ट्रक की क़ीमत इसी सोच के साथ रखी गई है। यह छोटे और मध्यम व्यवसायों, फ्लीट ऑपरेटरों और लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप्स के लिए फायदेमंद है। इसकी देखभाल में खर्च कम है, और खराबी भी कम आती है।
सरकार की सब्सिडी और फास्ट-चार्जिंग नेटवर्क की मदद से यह ज्यादा समय तक चल सकता है और कम समय में चार्ज हो सकता है।
जेईएम तेज इलेक्ट्रिक व्यवसाय वाहन देश की ज़रूरत को पूरा करता है — कम आवाज़, कम प्रदूषण और ज़्यादा भरोसेमंद। डीज़ल ट्रक धुआं छोड़ते हैं, ज़्यादा कंपन करते हैं और बार-बार खराब होते हैं। लेकिन इलेक्ट्रिक ट्रक ऐसा नहीं करते।
आज जब पेट्रोल-डीज़ल पीछे रह गए हैं, बिजली आगे बढ़ रही है। चाहे डिलीवरी हो, रिटेल लॉजिस्टिक्स या ऑनलाइन ऑर्डर, तेज एक हरा-भरा और मजबूत विकल्प है।
1. इलेक्ट्रिक ट्रक की बैटरी कितने समय तक चलती है?
बैटरी की उम्र उसके उपयोग, सड़क की हालत और चार्जिंग की आदतों पर निर्भर करती है। आमतौर पर इलेक्ट्रिक ट्रक की बैटरी 6 से 8 साल या 1.5 से 2 लाख किलोमीटर तक चलती है। अगर आप धीरे चलाते हैं और समझदारी से चार्ज करते हैं तो बैटरी ज़्यादा चलेगी।
2. क्या भारतीय व्यवसायों को इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर टैक्स में छूट मिलती है?
हाँ, भारत सरकार के फेम-दो कार्यक्रम के तहत व्यवसायों को इलेक्ट्रिक गाड़ी खरीदने पर सब्सिडी मिलती है। महाराष्ट्र, दिल्ली और गुजरात जैसे कुछ राज्य अतिरिक्त लाभ भी देते हैं जैसे रोड टैक्स में छूट और वाहन की कीमत में कटौती।
3. डीज़ल ट्रक और इलेक्ट्रिक ट्रक की देखभाल में क्या अंतर है?
इलेक्ट्रिक ट्रक की देखभाल आसान होती है। इनमें कम पुर्जे होते हैं, ऑयल चेंज की ज़रूरत नहीं होती और रखरखाव का खर्च भी कम आता है। सिर्फ बैटरी, ब्रेक और सॉफ्टवेयर की जांच जरूरी होती है।
4. क्या भारत में इलेक्ट्रिक ट्रक लंबी दूरी तय कर सकते हैं?
अभी ज़्यादातर इलेक्ट्रिक ट्रक शहरों और पास के क्षेत्रों में चलते हैं। दूरी इस पर निर्भर करती है कि बैटरी कितनी चलती है और चार्जिंग कितनी आसानी से मिलती है। जैसे-जैसे चार्जिंग सुविधा बढ़ेगी, शहरों के बीच भी इलेक्ट्रिक माल ढुलाई आसान होगी।यदि आप अपने व्यवसाय के लिए नया या प्रयुक्त (पुराना) वाणिज्यिक वाहन खरीदने की सोच रहे हैं, तो 91ट्रक्स पर अवश्य जाएँ। यहाँ आपको आपके कंपनी की आवश्यकताओं के अनुसार विस्तृत समीक्षाएँ, विनिर्देश (स्पेसिफिकेशन), और सर्वोत्तम ऑफ़र मिलेंगे। ऑटोमोबाइल उद्योग से जुड़ी ताज़ा ख़बरों और कहानियों के लिए 91ट्रक्स से जुड़े रहें। नवीनतम जानकारी और वीडियो के लिए हमारे यू-ट्यूब चैनल को सदस्यता दें और फेसबुक, इंस्टाग्राम तथा लिंक्डइन पर हमें अनुसरण करें।
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