आइशर ट्रक और बस, वीई व्यवसाय वाहन लिमिटेड की एक व्यवसाय इकाई, ने आइशर प्रो एक्स डीज़ल श्रृंखला लॉन्च की है। यह 2–3.5 टन छोटे व्यवसाय वाहनों के अगले-जेनरेशन संग्रह का हिस्सा है।
इससे पहले इस साल आइशर प्रो एक्स इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च किया गया था। अब कंपनी छोटे व्यवसायों और लॉजिस्टिक्स संचालकों के लिए डीज़ल और इलेक्ट्रिक दोनों विकल्प दे रही है।
प्रो एक्स डीज़ल श्रृंखला को प्रमुख ग्राहकों की सलाह से तैयार किया गया है। यह ई-कॉमर्स, एफएमसीजी, शीत श्रृंखला, फल और सब्ज़ी और पार्सल तथा कुरियर वितरण जैसी सेवाओं के लिए उपयुक्त है। यह नया वाहन ईंधन की बचत, भरोसेमंद संचालन और आसान रखरखाव के लिए डिजाइन किया गया है।
इसके हृदय में नया ई449 डीज़ल इंजन है, जो बेहतर ईंधन दक्षता, संचालन में आसानी और शहर एवं आसपास के क्षेत्रों के संचालन के लिए उच्च उपलब्धता प्रदान करता है।
नई श्रृंखला में सबसे बड़ा कार्गो डेक है, जिसकी लंबाई 10 फीट 8 इंच है, जिससे हर यात्रा में अधिक भार ले जाया जा सकता है। 30,000 किलोमीटर की सेवा अंतराल रखरखाव और संचालन लागत कम करती है।
कैबिन को आराम और सुरक्षा के लिए नया डिजाइन दिया गया है। इसमें दुर्घटना-प्रमाणित धातु की कैबिन, एर्गोनोमिक D+2 सीटिंग, डीएसएमएस और डीआरएल हैं। कनेक्टिविटी के लिए यह वाहन पूर्वानुमान डायग्नोस्टिक्स, दूरस्थ निष्क्रियकर्ता और मेरा आइशर एप और 24×7 अपटाइम केंद्र के माध्यम से वास्तविक समय वाहन निगरानी प्रदान करता है।
आइशर प्रो एक्स डीज़ल भोपाल के उद्योग 4.0 सक्षम संयंत्र में बनाया गया है और इसे पूरी तरह महिला उत्पादन लाइन पर असेंबल किया गया है। यह कंपनी की समावेशी निर्माण और मेक इन इंडिया प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
विनोद अग्रवाल, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, वीईसीवी ने कहा कि यह लॉन्च भारत के लॉजिस्टिक्स पारिस्थितिकी तंत्र में आइशर की भूमिका को और मजबूत करता है।
"आइशर प्रो एक्स डीज़ल से हम अंतिम मील लॉजिस्टिक्स में एक और कदम बढ़ा रहे हैं। डीज़ल और इलेक्ट्रिक विकल्पों के साथ, यह व्यवसायों को लचीलापन और भरोसेमंद संचालन देता है।"
एस. एस. गिल, प्रमुख व्यवसाय अधिकारी, वीईसीवी ने प्रो एक्स डीज़ल को "चालक और ग्राहकों के लिए तैयार अत्याधुनिक उत्पाद" बताया और इसकी कनेक्टिविटी और सुरक्षा तकनीकें संचालन और उपलब्धता सुनिश्चित करती हैं।
इस लॉन्च के साथ आइशर का छोटे व्यवसाय वाहनों में संग्रह मजबूत होता है। जैसे-जैसे भारत की लॉजिस्टिक्स संरचना आधुनिक हो रही है, डीज़ल और इलेक्ट्रिक विकल्पों की मांग बढ़ रही है।वाणिज्यिक गाड़ियों और ऑटोमोबाइल से जुड़ी नई जानकारियों के लिए 91ट्रक्स के साथ जुड़े रहें। हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें और फेसबुक, इंस्टाग्राम और लिंक्डइन पर हमें फॉलो करें, ताकि आपको ताज़ा वीडियो, खबरें और ट्रेंड्स मिलते रहें।