मॉन्ट्रा इलेक्ट्रिक इलेक्ट्रिक, जो मुरुगप्पा समूह की टीआई क्लीन मोबिलिटी शाखा का हिस्सा है, ने भारत सरकार के राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक वाहन मार्ग कार्यक्रम के साथ एक रणनीतिक समझौता किया है। यह कंपनी भारत में पहला इलेक्ट्रिक ट्रक मूल उपकरण निर्माता बन गई है, जिसने एनएचईवी के पायलट एजेंसी ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस के साथ काम किया।
इस साझेदारी के तहत भारत में प्रमुख सेक्टर और मार्गों पर 1,000 से अधिक इलेक्ट्रिक ट्रकों को तैनात किया जाएगा। इसका उद्देश्य यह है कि इलेक्ट्रिक मालवाहन संचालन व्यवसायिक रूप से लाभकारी बन सके, और इसके लिए फ़्लीट संचालक और ग्राहक के लिए तेज़ निर्णय लेने का ढांचा तैयार किया जाएगा।
मॉन्ट्रा इलेक्ट्रिक बड़े पैमाने पर तैनाती का समर्थन करने के लिए मिश्रित जलवायु वित्त और पहले से तय किए गए व्यवसायिक शर्तों का उपयोग करेगी। कंपनी एनएचईवी के साथ मिलकर कनेक्टेड व्यवसायिक वाहन प्रोटोकॉल का परीक्षण करेगी, ताकि भविष्य में चार्जिंग और ऊर्जा नेटवर्क के साथ इसका एकीकरण किया जा सके।
एनएचईवी के तकनीकी परीक्षण चार के तहत उच्च-मात्रा वाले मालवाहन मार्गों पर लाइव पायलट कार्यक्रम शुरू होंगे। इन पायलटों में ट्रकों का वास्तविक संचालन में परीक्षण किया जाएगा और भारत भर के फ़्लीट संचालकों के लिए डेटा उपलब्ध कराया जाएगा।
ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस और एनएचईवी के राष्ट्रीय कार्यक्रम निर्देशक और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में स्थायी इलेक्ट्रिक सार्वजनिक व्यवसाय सलाहकार के मुख्य सलाहकार, अभिजीत सिन्हा ने कहा कि यह सहयोग तकनीकी और व्यवसायिक पहलुओं को आसान बनाएगा और इलेक्ट्रिक वाहनों की तैनाती को तेज़ करेगा। उन्होंने बताया कि इस साझेदारी में मूल उपकरण निर्माता को भारतीय इलेक्ट्रिक हाइवे के कनेक्टेड व्यवसायिक वाहन प्रोटोकॉल में शामिल करना और एक बुद्धिमान परिवहन प्रबंधन प्रणाली सक्षम करना शामिल है। यह समझौता ट्रक तैनाती के लिए मिश्रित जलवायु वित्त तक पहुंच भी प्रदान करता है।
मॉन्ट्रा इलेक्ट्रिक के प्रबंध निदेशक, जलज गुप्ता ने कहा कि यह साझेदारी केवल योजना का नहीं, बल्कि क्रियान्वयन का संकेत देती है। इसका लक्ष्य इलेक्ट्रिक ट्रकिंग को अपनाने में आने वाली बाधाओं को कम करना और इसे ट्रांसपोर्टरों और ग्राहकों के लिए व्यावहारिक और लाभकारी विकल्प बनाना है।
मॉन्ट्रा इलेक्ट्रिक मुरुगप्पा समूह के अंतर्गत काम करती है, जो 125 साल पुराना समूह है और जिसकी वार्षिक आय 90,178 करोड़ रुपये है। इसके पोर्टफोलियो में भारत का पहला 55-टन इलेक्ट्रिक ट्रक ट्रेलर राइनो, देश का पहला इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर ई-27 और अंतिम मील डिलीवरी व यात्री मोबिलिटी समाधान शामिल हैं।
यह समझौता भारत में टिकाऊ माल परिवहन और इलेक्ट्रिक व्यवसायिक वाहनों को व्यापक रूप से अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।