अतुल ऑटो को अपनी इलेक्ट्रिक यात्रा में मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। अगस्त 2025 में कंपनी की इलेक्ट्रिक गाड़ी (ईवी-एल3) की बिक्री में बड़ी गिरावट आई। इस महीने कंपनी ने केवल 575 गाड़ियाँ बेचीं, जबकि पिछले साल अगस्त में यह संख्या 835 थी। यानी बिक्री में 31.14% की गिरावट हुई। यह साफ दिखाता है कि भारत का ई-ऑटो बाजार, खासकर एल3 सेगमेंट, अभी स्थिर नहीं है।
एल3 श्रेणी, जिसमें यात्री ऑटो रिक्शा और हल्के माल ढोने वाले वाहन शामिल हैं, कई महीनों से दबाव में है। अप्रैल से अगस्त 2025 तक केवल 2,431 गाड़ियाँ बिकीं, जो पिछले साल इसी अवधि की 3,096 गाड़ियों की तुलना में 21.48% कम हैं।
जुलाई से अगस्त के बीच थोड़ी सुधार दिखी। बिक्री 497 गाड़ियों से बढ़कर 575 गाड़ियाँ हुई। लेकिन बड़ा चित्र यही बताता है कि लोग अब भी एल3 ई-ऑटो खरीदने में झिझक रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि धीमी बिक्री का कारण उत्साह की कमी नहीं, बल्कि व्यावहारिक दिक्कतें हैं। सबसे बड़ी समस्या है चार्जिंग स्टेशन की कमी, खासकर बड़े शहरों से बाहर। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा कीमत परंपरागत गाड़ियों से ज्यादा होती है, जिससे ड्राइवर और ऑपरेटर सोच में पड़ जाते हैं।
रेंज और भरोसेमंदी को लेकर भी संदेह है। जो लोग रोज़ी-रोटी के लिए वाहन पर निर्भर रहते हैं, वे खराबी या चार्जिंग सुविधा की कमी का जोखिम नहीं उठा सकते। इसके साथ ही, सरकारी सब्सिडी को लेकर भी स्पष्टता नहीं है। ऐसे में किसी के लिए ईवी व्यवसाय वाहन जैसे अतुल ईवी ऑटो लेना और भी मुश्किल हो जाता है।
हालांकि कुछ अच्छी खबर भी आई। अतुल ग्रीनटेक प्राइवेट लिमिटेड, जो कंपनी की सहायक इकाई है और एल5 वाहन बनाती है, ने अगस्त में बेहतर प्रदर्शन किया। बिक्री 111 गाड़ियों से बढ़कर 132 गाड़ियाँ हुई, यानी 18.92% की बढ़ोतरी।
साल की अब तक की स्थिति और भी बेहतर रही। कंपनी ने 629 गाड़ियाँ बेचीं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 376 गाड़ियाँ बिकी थीं। यानी 67.29% की बढ़ोतरी। बड़े और मजबूत ईवी व्यवसाय वाहन अब माल ढुलाई में लोकप्रिय हो रहे हैं। हालांकि, इनकी संख्या अभी भी एल3 सेगमेंट के मुकाबले बहुत कम है।
जब इलेक्ट्रिक बिक्री धीमी रही, तब अतुल ऑटो के आईसी इंजन तिपहिया वाहनों ने कारोबार को संभाला। अगस्त में घरेलू बिक्री 5.99% बढ़कर 1,894 गाड़ियाँ हो गई, जबकि निर्यात में 22.83% की बढ़ोतरी हुई।
यह रुझान दिखाता है कि बाज़ार में अब भी आईसी इंजन व्यवसाय वाहन सबसे सुरक्षित और सस्ता विकल्प माने जाते हैं। वे कीमत में कम, मरम्मत में आसान और लंबे समय तक टिकाऊ होते हैं।
अतुल ऑटो के लिए एल3 श्रेणी में गिरावट चिंता का विषय है, क्योंकि यह यात्री परिवहन का सबसे अहम सेगमेंट है। लेकिन एल5 वाहनों में बढ़त और आईसी इंजन मॉडलों की स्थिर मांग कंपनी को सहारा दे रही है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि इलेक्ट्रिक व्यवसाय वाहनों की सफलता के लिए तीन चीज़ें जरूरी हैं—चार्जिंग स्टेशन का विस्तार, कीमत में कमी और सरकार की स्थायी सहायता। जब तक यह नहीं होता, तब तक अतुल ईवी ऑटो और दूसरे ई-ऑटो मॉडल के लिए बाज़ार में जगह बनाना कठिन रहेगा, और ऑपरेटर आईसी इंजन वाले व्यवसाय वाहन ही चुनते रहेंगे।
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