टाटा मोटर्स, जो टाटा समूह के व्यवसाय वाहन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी है, यूरोप की जानी-मानी ट्रक कंपनी इवेको समूह में बहुमत हिस्सेदारी खरीदने के लिए शुरुआती बातचीत कर रही है। यह सौदा टाटा मोटर्स के लिए वैश्विक व्यवसाय वाहन बाज़ार में अपनी मौजूदगी को बढ़ाने का एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, टाटा मोटर्स ने इटली के अग्नेली परिवार की निवेश कंपनी एक्सोर से संपर्क किया है, जो ट्यूरिन स्थित इवेको कंपनी में नियंत्रण हिस्सेदारी रखती है। वर्तमान में एक्सोर के पास इवेको की 27.1% हिस्सेदारी है और वह 43.1% मतदान अधिकार नियंत्रित करती है।
इस सौदे में इवेको का रक्षा विभाग शामिल नहीं होगा। रक्षा क्षेत्र की कंपनी, जिसे आईडीवी कहा जाता है, को वर्ष 2025 के अंत तक अलग किया जाएगा या फिर अलग से बेचा जाएगा। इस गैर-रक्षा व्यवसाय को लेकर कई गैर-यूरोपीय कंपनियां भी रुचि दिखा रही हैं।
यह सौदा इटली के “गोल्डन पावर” कानून के तहत जांच के दायरे में आ सकता है। इस कानून के अनुसार, अगर कोई विदेशी कंपनी इटली की रणनीतिक संपत्ति में निवेश करती है, तो सरकार उसमें हस्तक्षेप कर सकती है। वर्ष 2021 में, जब चीन की एफएडब्ल्यू कंपनी इवेको को खरीदना चाहती थी, तब इटली सरकार ने रक्षा से जुड़ी चिंताओं के चलते उस सौदे को रोक दिया था। उस समय इवेको अभी भी सीएनएच इंडस्ट्रियल का हिस्सा थी और 2022 में अलग होकर स्वतंत्र कंपनी बनी।
इवेको यूरोप के प्रमुख व्यवसाय ट्रक निर्माताओं में सबसे छोटी कंपनी मानी जाती है, जो वोल्वो, डेमलर और ट्रैटन जैसे कंपनियों से पीछे है। इवेको व्यवसाय ट्रक, बस और इंजन बनाती है। कंपनी का वर्तमान बाज़ार पूंजीकरण लगभग €4.2 अरब (लगभग $4.9 अरब) है। इवेको में लगभग 36,000 लोग कार्यरत हैं, जिनमें से 14,000 इटली में हैं।
जहाँ टाटा मोटर्स की रुचि इवेको के व्यवसाय वाहन विभाग में है, वहीं कंपनी का मुनाफेदार रक्षा विभाग भी खासा ध्यान खींच रहा है। इस विभाग को खरीदने के लिए तीन प्रस्ताव मिले हैं – एक संयुक्त प्रस्ताव लियोनार्डो और राइनमेटल से, और अलग-अलग प्रस्ताव केएनडीएस और चेकोस्लोवाक ग्रुप से। उद्योग के अनुसार, इस रक्षा विभाग की कीमत लगभग €1.9 अरब तक हो सकती है।
टाटा मोटर्स, एक्सोर और इवेको – तीनों ने इस संभावित सौदे पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
अगर यह सौदा पूरा होता है, तो यह टाटा मोटर्स के लिए यूरोपीय बाज़ार में एक बड़ी कामयाबी होगी। इससे टाटा के व्यवसाय वाहन क्षेत्र को निर्माण, तकनीक और उत्पाद विकास के क्षेत्र में मजबूत बढ़त मिल सकती है। भारत में व्यवसाय ट्रक के बढ़ते बाज़ार को देखते हुए और टाटा ट्रकों की किफायती कीमतों को ध्यान में रखते हुए, यह सौदा न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के ट्रक उद्योग को नया आकार दे सकता है।
जैसे-जैसे इवेको का रक्षा विभाग अलग होता जा रहा है और कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां इसमें दिलचस्पी दिखा रही हैं, आने वाले महीनों में निवेशक और उद्योग से जुड़े लोग इस पर करीब से नज़र रखेंगे। इस सौदे का नतीजा वैश्विक ट्रक उद्योग की प्रतिस्पर्धा में बड़ा बदलाव ला सकता है और यूरोप में सीमापार व्यवसाय वाहन अधिग्रहण के लिए एक नई दिशा तय कर सकता है।
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