कंपनी ने भारत में अपना नया “ड्राइवर आई डी-450” वीडियो सुरक्षा प्लेटफ़ॉर्म और डीएमएस सेंसर लॉन्च किया है। इसका मकसद व्यवसाय वाहनों की सुरक्षा बढ़ाना और आने वाले नए सुरक्षा नियमों के लिए ऑपरेटरों को तैयार करना है।
डी-450 प्लेटफ़ॉर्म में 4 एआई कैमरे लगे हैं। ये कैमरे हर यात्रा के दौरान ड्राइवर पर नज़र रखते हैं और उसके व्यवहार का विश्लेषण करते हैं। डीएमएस सेंसर ड्राइवर की आँखों की गतिविधि देखता है और नींद या थकान के शुरुआती संकेत पकड़ लेता है। इसमें परक्लॉस तकनीक का इस्तेमाल होता है, जो पलक झपकने की दर से नींद का पता लगाती है। यह सिस्टम अंधेरे में भी काम करता है और तब भी जब ड्राइवर ने चश्मा पहना हो।
यह लॉन्च सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आने वाले नियमों से पहले किया गया है। साल 2026 से, जिन व्यवसाय वाहनों में 8 या उससे ज़्यादा यात्री बैठते हैं, उनमें लेन छोड़ने की चेतावनी प्रणाली और ड्राइवर नींद व ध्यान चेतावनी प्रणाली लगाना ज़रूरी होगा।
नेट्राडाइन के टेक्नोलॉजी प्रमुख तेजा गुडेना का कहना है, “हमारा डी-450 प्लेटफ़ॉर्म पहले से ही बेड़े (फ्लीट) की निगरानी के लिए नया स्तर तय कर चुका है। अब डीएमएस सेंसर जुड़ने से ड्राइवर की सतर्कता मापने में और भी सटीकता आ गई है।”
यह सिस्टम गलत ड्राइविंग पर तुरंत अलर्ट देता है। इसमें नेट्राडाइन का ग्रीनज़ोन ड्राइवर स्कोरिंग सिस्टम शामिल है। इससे फ्लीट मैनेजर ड्राइवर के प्रदर्शन का मूल्यांकन कर सकते हैं, उन्हें प्रशिक्षण दे सकते हैं और सुरक्षित ड्राइविंग पर इनाम भी दे सकते हैं।
नेट्राडाइन की तकनीक एज कम्प्यूटिंग और डीप लर्निंग पर आधारित है। यह डेटा को उसी जगह पर प्रोसेस करती है और लगातार इंटरनेट कनेक्शन पर निर्भर नहीं रहती। दुनिया भर में हज़ारों बेड़े पहले से “ड्राइवर आई” प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनमें भारत के व्यवसाय वाहन भी शामिल हैं।
कंपनी का कहना है कि ड्राइवर की नींद और थकान हादसों की बड़ी वजह है। इसका असर यात्री परिवहन, कर्मचारी बसों, खतरनाक माल ढोने वाले ट्रक, तेल और गैस ले जाने वाले वाहन और लंबी दूरी के राजमार्गों पर सबसे ज़्यादा दिखता है। इस नए सिस्टम के ज़रिए नेट्राडाइन इन खतरों को कम करना और व्यवसाय वाहनों के सुरक्षा नियमों का पालन करवाना चाहती है।
नेट्राडाइन की स्थापना अवनीश अग्रवाल और डेविड जूलियन ने की थी, जो दोनों स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। कंपनी भारत, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में काम कर रही है। इसमें सॉफ्टबैंक, रिलायंस, एम12 और पॉइंट72 वेंचर्स जैसे निवेशकों ने पैसा लगाया है।
डी-450 प्लेटफ़ॉर्म हर ड्राइविंग का रिकॉर्ड रखता है। यह फ्लीट ऑपरेटरों को साफ-साफ आंकड़े देता है, जिससे वे प्रदर्शन सुधार सकें और नियमों का पालन सुनिश्चित कर सकें। जैसे-जैसे भारत व्यवसाय वाहन सुरक्षा मानकों को सख्त बना रहा है, नेट्राडाइन की यह तकनीक सड़कों को और सुरक्षित बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है।
91ट्रक्स एक तेजी से बढ़ता डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो वाणिज्यिक वाहन उद्योग से संबंधित नवीनतम अपडेट और जानकारी प्रदान करता है।