नवरात्रि 2025: भारत में तीन पहिया वाहनों के लिए रिकॉर्ड तोड़ त्योहारी मौसम

08 Oct 2025

नवरात्रि 2025: भारत में तीन पहिया वाहनों के लिए रिकॉर्ड तोड़ त्योहारी मौसम

नवरात्रि 2025 में भारत में तीन पहिया वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री, शहरी और अर्ध-शहरी परिवहन में बढ़ती मांग दिखाती है।

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JS

By Jyoti

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नवरात्रि 2025 भारत के तीन पहिया वाहन बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण समय रहा। यह त्योहार, जो ऐतिहासिक रूप से खरीदारी के लिए शुभ माना जाता है, इस बार ऐतिहासिक खुदरा बिक्री दर्ज कर गया। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के आंकड़े बताते हैं कि 22 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले नौ दिनों के नवरात्रि मौसम में पहले कभी नहीं देखी गई ग्राहक भीड़ और वाहन बुकिंग हुई। इस दौरान तीन पहिया वाहनों ने सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की।

हालांकि, पूरे सितंबर 2025 में तीन पहिया वाहन खंड में 7.2% की साल-दर-साल गिरावट देखी गई, जो व्यापक बाजार रुझानों को दर्शाती है। लेकिन नवरात्रि के दौरान बिक्री में तेज वृद्धि हुई, जो त्योहारी मांग और खरीदारों के विश्वास को दर्शाती है।

नवरात्रि के दौरान बिक्री में वृद्धि

नवरात्रि में तीन पहिया वाहनों की बिक्री में तेजी आई। डीलरों ने अधिक ग्राहक देखा, जबकि व्यवसाय वाहन संचालक और पहली बार वाहन खरीदने वाले सोच-समझकर निवेश कर रहे थे। कम ब्याज दर वाले ऋण, वित्तीय योजनाएं और अनुकूल ईएमआई ने समय पर खरीद को बढ़ावा दिया।

बिक्री बढ़ने के मुख्य कारण

कुछ प्रमुख कारणों ने तीन पहिया वाहन त्योहारी खरीद को प्रेरित किया:

  1. जीएसटी 2.0 सुधार: अद्यतन जीएसटी दरों ने नए वाहन खरीद को वित्तीय रूप से बढ़ावा दिया और त्योहार के दौरान बिक्री में इजाफा किया।
  2. शुभ समय: नवरात्रि बड़े वाहन खरीदने के लिए सांस्कृतिक रूप से शुभ समय माना जाता है, जिससे खरीदारों का विश्वास बढ़ता है।
  3. आर्थिक सुधार: व्यापार गतिविधियों और लॉजिस्टिक मांग में वृद्धि ने तीन पहिया वाहनों की मांग को मजबूती दी।
  4. सरकारी समर्थन: इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए प्रोत्साहन और अंतिम मील कनेक्टिविटी योजनाओं ने इलेक्ट्रिक तीन पहिया वाहनों की खरीद को बढ़ावा दिया।

इन सभी कारकों ने मिलकर बिक्री में रिकॉर्ड वृद्धि सुनिश्चित की।

क्षेत्रीय रुझान

विभिन्न क्षेत्रों में बिक्री के रुझान अलग रहे। शहरी बाजारों में इलेक्ट्रिक तीन पहिया वाहनों की मांग अधिक रही, जो स्थिरता और सरकारी प्रोत्साहनों से जुड़ी थी। अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ईंधन चालित तीन पहिया वाहनों की प्राथमिकता रही, जो बुनियादी ढांचे और आर्थिक परिस्थितियों पर निर्भर थी।

ये क्षेत्रीय अंतर दिखाते हैं कि निर्माता और डीलर स्थानीय जरूरतों के अनुसार रणनीति अपनाएं, ताकि शहरी इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग और पारंपरिक वाहनों की पसंद को संतुलित किया जा सके।

आगे का दृष्टिकोण

नवरात्रि 2025 ने तीन पहिया वाहन उद्योग के लिए एक नया मानक स्थापित किया। त्योहार के दौरान सफलता आर्थिक सुधार, नीतिगत प्रोत्साहन और सांस्कृतिक कारणों का मिश्रण दिखाती है। भविष्य में, उद्योग को बुनियादी ढांचे की कमी, वित्तीय विकल्प और नियमों को सुलझाने की आवश्यकता होगी ताकि इस गति को बनाए रखा जा सके।

नवरात्रि 2025 भारत के तीन पहिया वाहन उद्योग के लिए एक रिकॉर्ड समय रहा। रिकॉर्ड बिक्री बाजार की मजबूती, सोच-समझकर की गई खरीद और शहरी और अर्ध-शहरी परिवहन में इस खंड के महत्व का संकेत देती है। उद्योग इस गति का लाभ उठाकर दीर्घकालिक विकास और नवाचार को बढ़ावा दे सकता है।

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