भारत का माल परिवहन क्षेत्र तेज़ी से बदल रहा है। अब ज़्यादा सख़्त पर्यावरणीय नियम और डीज़ल वाहनों की बढ़ती लागत के कारण, व्यवसाय मालिक ऐसे विकल्प ढूंढ रहे हैं जो प्रदूषण रहित और किफायती हों। इसी बदलाव के बीच ईकेए 55टी ने एक नया रास्ता खोला है। यह एक पूरी तरह से नया, भारी भरकम इलेक्ट्रिक ट्रक है, यह कोई डीज़ल वाहन का बदला हुआ रूप नहीं है, बल्कि इसे शुरू से ही बैटरी से चलने वाले ट्रक के रूप में तैयार किया गया है।
ईकेए 55टी में 330 किलोवाट की इलेक्ट्रिक मोटर लगी है, जो 3500 न्यूटन मीटर का ज़बरदस्त टॉर्क देती है। न तो गियर बदलने की ज़रूरत पड़ती है और न ही किसी प्रकार की झिझक महसूस होती है। यह ट्रक 55 टन तक का भार ढो सकता है, वह भी चढ़ाई वाले रास्तों पर बिना थके।
क्लच और गियर सिस्टम न होने के कारण चालक को थकान कम होती है, सवारी शांत रहती है और ऊर्जा की खपत कम होती है। डीज़ल ट्रकों की तुलना में यह काफी साफ़ और सरल अनुभव देता है।
इस ट्रक में लीथियम फेरो फॉस्फेट (एलएफपी) बैटरी सिस्टम लगा है, जो मॉड्यूलर और कम देखभाल वाला है। यह ट्रक एक बार पूरी तरह चार्ज होकर 200 से 250 किलोमीटर तक चल सकता है, लोड और रास्ते के अनुसार दूरी बदल सकती है।
डीसी फ़ास्ट चार्जिंग से इसे 3 घंटे में पूरा चार्ज किया जा सकता है। रात में एसी चार्जिंग की सुविधा भी मौजूद है। इसमें तापमान प्रबंधन प्रणाली भी दी गई है, जिससे यह ट्रक भारत जैसे गर्म मौसम में भी बिना किसी परेशानी के काम करता है।
ईकेए 55टी में पुनरुत्पादक ब्रेकिंग (रिजेनेरेटिव ब्रेकिंग) दी गई है। जब चालक ब्रेक लगाता है, तो वाहन की गति से उत्पन्न ऊर्जा वापस बैटरी में चली जाती है। इससे ट्रक की दूरी बढ़ती है और ब्रेक के पुर्ज़े जल्दी नहीं घिसते। लंबी अवधि में यह रखरखाव की लागत को घटाता है।
इस ट्रक का केबिन बड़ा और आरामदायक है। इसमें एयर कंडीशनर, डिजिटल डैशबोर्ड और चौड़ी विंडशील्ड दी गई है। सभी कंट्रोल आसानी से पहुंच में हैं और सीटें समायोजनीय और शरीर के अनुरूप हैं।
डैशबोर्ड पर गति, बैटरी की स्थिति और सिस्टम की जानकारी साफ़-साफ़ दिखाई देती है। अतिरिक्त सुविधाओं में यूएसबी चार्जिंग, सूचना प्रणाली और दिशा-निर्देशन की सुविधा भी शामिल की जा सकती है।
यह डिज़ाइन इसलिए तैयार किया गया है ताकि चालक लंबे सफ़र में भी सतर्क और आरामदायक महसूस करे। इससे सुरक्षा भी बेहतर होती है।
हर ईकेए 55टी ट्रक बादलों से जुड़ा होता है। इसका मतलब है कि वाहन के इस्तेमाल, स्थिति, चार्जिंग चक्र और चालक के व्यवहार को तुरंत देखा जा सकता है।
ओवर-द-एयर अपडेट से ट्रक की प्रणाली को समय-समय पर बिना वर्कशॉप गए अपडेट किया जा सकता है। इससे ट्रक में कोई रुकावट नहीं आती और यह लगातार सुधरता जाता है। व्यवसाय मालिकों के लिए यह सुविधा समय और पैसे दोनों की बचत करती है।
ईकेए 55टी में कई उन्नत सुरक्षा सुविधाएँ मौजूद हैं:
यह सभी सिस्टम ट्रक को भीड़भाड़ या भारी भार जैसी मुश्किल परिस्थितियों में भी सुरक्षित चलाने में मदद करते हैं।
यह ट्रक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहन के रूप में डिज़ाइन किया गया है, ना कि डीज़ल ट्रक का रूपांतरण। इसका शरीर हल्का है, भार का संतुलन बेहतर है और हवा का प्रतिरोध कम है। नतीजा: अधिक दूरी, बेहतर नियंत्रण और कम ऊर्जा की खपत।
इस ट्रक से कोई धुआं नहीं निकलता। इसकी आवाज़ बहुत कम है और यह भविष्य के सभी पर्यावरणीय मानकों पर खरा उतरता है। जो बेड़े पर्यावरण की जिम्मेदारी को महत्व देते हैं, उनके लिए यह ट्रक एक बेहतरीन विकल्प है।
ईकेए 55टी सिर्फ एक इलेक्ट्रिक ट्रक नहीं है, यह भारत में सामान ढोने के तरीक़ों का एक नया अध्याय है। यह ताक़त और समझदारी, किफ़ायत और सुरक्षा, और शोरहीन ताक़त का संतुलन है। हाँ, चार्जिंग ढांचा अभी और बेहतर होना चाहिए। और हाँ, शुरुआती क़ीमत डीज़ल से ज़्यादा है। लेकिन लंबी अवधि में ईंधन, रखरखाव और पर्यावरणीय फ़ायदों को देखें तो यह निवेश समझदारी वाला है।
यह ट्रक अतीत की राह नहीं पकड़ता, यह भविष्य का रास्ता दिखाता है।
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