बजाज आरई लगभग आधी सदी से भारतीय सड़कों पर चल रही है। इसे 1977 में पेश किया गया था, जब देश को सस्ती और भरोसेमंद छोटी दूरी की सवारी की ज़रूरत थी। आज 2025 में भी यह तीन पहियों वाली गाड़ी देश के शहरों, कस्बों और गाँवों में रोज़मर्रा की आवाजाही का हिस्सा बनी हुई है।
बजाज आरई थ्री व्हीलर को इस तरह बनाया गया कि यह आम लोगों के लिए किफायती और टिकाऊ साधन बन सके। इसका ढांचा मजबूत है, इंजन छोटा है और वजन हल्का है। इन तीनों कारणों से यह चलाने और संभालने में आसान रही है।
समय के साथ कंपनी ने इसमें बदलाव किए ताकि यह नए नियमों और जरूरतों के अनुरूप रहे। शुरुआती पेट्रोल मॉडल्स के बाद अब बजाज आरई बीएस6 और सीएनजी मॉडल्स भी मिलते हैं। यह बदलाव पर्यावरण और ईंधन बचत दोनों के लिए जरूरी साबित हुए हैं।
बजाज आरई पैसेंजर ऑटो अब कई ईंधन विकल्पों में आती है — पेट्रोल, डीज़ल, सीएनजी और एलपीजी। हर विकल्प अलग तरह की ज़रूरत को पूरा करता है।
बजाज आरई बीएस6 इंजन में इलेक्ट्रॉनिक फ्यूल इंजेक्शन तकनीक है जो ईंधन जलने की प्रक्रिया को बेहतर बनाती है। इससे गाड़ी स्मूद चलती है और धुआं कम निकलता है।
बजाज आरई की पहचान हमेशा इसके अच्छे माइलेज से जुड़ी रही है। सीएनजी मॉडल औसतन 35 से 45 किमी प्रति किग्रा और पेट्रोल मॉडल लगभग 35 से 40 किमी प्रति लीटर तक देता है। हल्का ढांचा और छोटा इंजन इसे किफायती बनाते हैं।
छोटे मोड़ों और ट्रैफिक में इसे आसानी से चलाया जा सकता है। यह तेज़ नहीं है लेकिन रोज़ाना शहर के अंदर चलने के लिए बेहद भरोसेमंद है।

बजाज आरई ऑटो रिक्शा का डिजाइन सीधा और काम का है। चालक के लिए ऊँची सीट दी गई है ताकि सड़क साफ दिखाई दे। पीछे बैठने वाले यात्रियों को पर्याप्त जगह और मुलायम सीटें मिलती हैं।
मुख्य फीचर्स इस प्रकार हैं:
हर हिस्से का उद्देश्य स्पष्ट है — लंबा चलना और कम खर्च में रखरखाव।
बड़े शहरों में प्रदूषण घटाने के प्रयासों के बीच बजाज आरई सीएनजी ऑटो एक अच्छा विकल्प बन गया है। यह कम धुआं निकालता है और चलाने में सस्ता पड़ता है। जहाँ इलेक्ट्रिक वाहन अभी सीमित हैं, वहाँ यह एक व्यवहारिक और सुलभ विकल्प है।
बीएस6 इंजन मानकों ने इसे और पर्यावरण के अनुकूल बना दिया है। यह मॉडल उन ड्राइवरों के लिए उपयुक्त है जो हर दिन शहर में दर्जनों छोटी यात्राएँ करते हैं।
बजाज आरई कीमत भारत में ईंधन प्रकार और क्षेत्र के अनुसार बदलती है। 2025 में इसकी ऑन-रोड कीमत लगभग ₹2.60 लाख से ₹3.10 लाख के बीच है। कम शुरुआती कीमत और आसान रखरखाव इसे छोटे व्यवसाय मालिकों और चालकों के लिए उपयुक्त बनाते हैं।
इसका डिज़ाइन साधारण है और मरम्मत का खर्च भी ज्यादा नहीं आता। देश के लगभग हर हिस्से में इसके पार्ट्स और मेकैनिक आसानी से मिल जाते हैं।
48 साल बाद भी बजाज आरई थ्री व्हीलर भारत के परिवहन तंत्र का अहम हिस्सा बनी हुई है। यह वहाँ तक जाती है जहाँ बसें या बड़ी गाड़ियाँ नहीं पहुँच पातीं।
नई इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ बाज़ार में आ रही हैं, लेकिन बजाज आरई ऑटो अब भी अपनी जगह बनाए हुए है। यह सादगी और उपयोगिता का उदाहरण है।
कई लोगों के लिए यह सिर्फ पुरानी गाड़ी नहीं, बल्कि एक भरोसेमंद साधन है — जो आज भी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा है। बजाज आरई ने साबित किया है कि व्यावहारिक सोच और मजबूत निर्माण लंबे समय तक टिके रहते हैं।
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