भारत में रिक्शा केवल आने-जाने का साधन नहीं है, बल्कि यह हजारों लोगों के लिए कमाई और आत्मनिर्भरता का ज़रिया भी है। अगर आप अपना परिवहन व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं या पुराने वाहन को नया करना चाहते हैं, तो बैटरी या सीएनजी रिक्शा खरीदना एक बड़ा आर्थिक फ़ैसला होता है। सौभाग्य से, आसान ऋण विकल्पों के कारण यह प्रक्रिया अब सस्ती और आसान बन गई है।
यह लेख आपको भारत में रिक्शा फाइनेंस करने की पूरी जानकारी देता है – जैसे ऋण कैसे मिलता है, जरूरी दस्तावेज़, ईएमआई कैसे निकालें और सरकार की सब्सिडी कैसे आपके खर्च को कम कर सकती है।
भारत में एक नया इलेक्ट्रिक रिक्शा ₹1.20 लाख से ₹2.00 लाख के बीच आता है। इतनी बड़ी रकम एक बार में चुकाना सबके लिए आसान नहीं होता। इसी कारण अधिकतर लोग किश्तों (ईएमआई) में भुगतान करने के लिए ऋण लेते हैं।
ऋण लेने से आपको तुरंत कमाई शुरू करने का मौका मिलता है। बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफ़सी) व्यवसाय वाहनों के लिए विशेष ऋण देती हैं, जिनमें कम काग़ज़ी कार्यवाही और जल्दी मंजूरी होती है।
ऋण के लिए आवेदन करने से पहले सही मॉडल चुनना ज़रूरी है। अगर आप शहरी क्षेत्र में काम करते हैं, तो महिंद्रा ई रिक्शा एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसमें कम खर्च, सरकार की सब्सिडी और कम मेंटेनेंस की ज़रूरत होती है।
इलेक्ट्रिक रिक्शा छोटे शहरों और शहरी इलाकों के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं और इनका बाज़ार तेज़ी से बढ़ रहा है, जिससे बैंक इन्हें सुरक्षित ऋण मानते हैं।
आपको नीचे दी गई शर्तों को पूरा करना होगा:
इन सबके तैयार होने से ऋण जल्दी मंज़ूर होता है।
आपके चुने गए रिक्शा की कीमत, क्रेडिट स्कोर और वित्तीय इतिहास के आधार पर बैंक ₹85% से ₹90% तक की राशि फाइनेंस कर सकते हैं।
उदाहरण: अगर सीएनजी रिक्शा की कीमत ₹2.20 लाख है और बैंक ₹1.98 लाख का ऋण मंज़ूर करता है, तो आपको ₹22,000 डाउन पेमेंट देना होगा।
ब्याज दर आम तौर पर 9% से 14% प्रति वर्ष होती है।
ऋण अवधि: 12 से 48 महीने
अधिक अवधि से ईएमआई कम होगी लेकिन कुल ब्याज ज्यादा देना होगा।
ईएमआई मतलब हर महीने चुकाने वाली राशि।
उदाहरण: ₹1.50 लाख का ऋण, 12% ब्याज, 3 साल के लिए = लगभग ₹5,000 प्रति माह ईएमआई।
बैंक की वेबसाइट पर ईएमआई कैलकुलेटर की मदद से सही राशि निकाल सकते हैं।
इन दस्तावेजों से ऋण जल्दी मंज़ूर होता है।
सरकार की योजनाओं जैसे FAME-II और राज्य ईवी नीति के तहत सब्सिडी मिलती है, जिससे इलेक्ट्रिक रिक्शा की कीमत कम हो जाती है।
कुछ बैंक ई रिक्शा पर कम ब्याज दर भी देते हैं।
ये मॉडल टिकाऊ होते हैं और लंबी दूरी या ज़्यादा उपयोग के लिए बेहतर हैं।
भारत में आज रिक्शा ऋण लेना बहुत आसान हो गया है। अगर आप ई रिक्शा या सीएनजी रिक्शा लेना चाहते हैं, तो बाज़ार में ढेरों विकल्प उपलब्ध हैं।
ऋण लेने से पहले पात्रता जांचें, ईएमआई निकालें, और सब्सिडी की जानकारी जरूर लें। सही योजना के साथ आप अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
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