भारत में इलेक्ट्रिक ट्रकों के लिए 9.6 लाख रुपये की प्रोत्साहन योजना शुरूभारत में इलेक्ट्रिक ट्रकों के लिए 9.6 लाख रुपये की प्रोत्साहन योजना शुरू

28 Jul 2025

भारत में इलेक्ट्रिक ट्रकों के लिए 9.6 लाख रुपये की प्रोत्साहन योजना शुरू

भारत सरकार ने व्यवसाय इलेक्ट्रिक ट्रकों के लिए ₹9.6 लाख की प्रोत्साहन योजना शुरू की, जिससे स्वच्छ और किफायती परिवहन को बढ़ावा मिलेगा।

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PV

By Pratham

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भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय ने पहली बार व्यवसाय इलेक्ट्रिक ट्रकों के लिए एक नई वित्तीय सहायता योजना शुरू की है। यह योजना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री श्री एच. डी. कुमारस्वामी के मार्गदर्शन में पीएम ई-ड्राइव योजना के अंतर्गत लाई गई है। इस योजना का उद्देश्य देश में माल ढुलाई को स्वच्छ, प्रभावी और टिकाऊ बनाना है।

श्री कुमारस्वामी ने बताया कि “डीज़ल ट्रक, जो कुल वाहनों का केवल 3% हैं, लेकिन यह 42% परिवहन से जुड़े प्रदूषण के लिए ज़िम्मेदार हैं।”
उन्होंने कहा कि यह योजना भारत की पहली ऐसी पहल है जो विशेष रूप से व्यवसाय इलेक्ट्रिक ट्रकों के लिए शुरू की गई है। यह योजना विकसित भारत 2047 और शून्य उत्सर्जन लक्ष्य 2070 की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

प्रोत्साहन योजना का विवरण: प्रति ट्रक ₹9.6 लाख की सहायता

यह योजना N2 और N3 श्रेणी के व्यवसाय इलेक्ट्रिक ट्रकों पर लागू होगी:

  • N2 ट्रक: 3.5 टन से 12 टन तक कुल वाहन वजन
  • N3 ट्रक: 12 टन से 55 टन तक कुल वाहन वजन

संयुक्त वाहनों में यह सहायता केवल N3 श्रेणी के पुलर ट्रैक्टर पर दी जाएगी।

सरकार एक ट्रक पर अधिकतम ₹9.6 लाख तक की सहायता देगी। यह राशि ट्रक की कीमत में सीधे छूट के रूप में दी जाएगी। सरकार यह राशि पीएम ई-ड्राइव पोर्टल के ज़रिए वाहन निर्माताओं को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर देगी।

वाहन की वारंटी अनिवार्य

हर ट्रक के लिए निम्नलिखित वारंटी ज़रूरी है:

  • बैटरी: 5 साल या 5 लाख किलोमीटर (जो पहले हो)
  • वाहन और मोटर: 5 साल या 2.5 लाख किलोमीटर (जो पहले हो)

इसके अलावा, इस योजना का लाभ लेने के लिए पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों को स्क्रैप करना अनिवार्य है।

5600 इलेक्ट्रिक व्यवसाय ट्रक सड़कों पर उतरेंगे

इस योजना के तहत पूरे भारत में 5600 ई-ट्रक सड़कों पर आएंगे। इनमें से 1100 ट्रक दिल्ली में पंजीकृत होंगे, जिसके लिए ₹100 करोड़ की विशेष निधि तय की गई है, ताकि दिल्ली की वायु गुणवत्ता सुधारी जा सके।

इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ

इस योजना से इस्पात, बंदरगाह, लॉजिस्टिक और सीमेंट जैसे उद्योगों को फ़ायदा होगा।
भारत के बड़े वाहन निर्माता जैसे टाटा मोटर्स, आशोक लीलैंड, आयशर आदि पहले से ही व्यवसाय ई-ट्रक बना रहे हैं।

सेल (स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) ने अगले दो वर्षों में 150 इलेक्ट्रिक ट्रक खरीदने की योजना बनाई है। इसके अलावा, वह चाहती है कि उसकी 15% अनुबंधित गाड़ियाँ इलेक्ट्रिक हों।

निष्कर्ष

यह योजना लंबी अवधि में पर्यावरण को साफ़ करने में मदद करेगी। कम उत्सर्जन से वायु गुणवत्ता सुधरेगी और ट्रांसपोर्टरों की लागत भी घटेगी। सरकार की सहायता से अब व्यवसाय ई-ट्रक की कीमतें और भी सस्ती होंगी, जिससे स्वच्छ परिवहन आम व्यापार के लिए भी आसान और किफ़ायती हो जाएगा।यह योजना घरेलू नवाचार को बढ़ावा देगी और भारत के इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र को मज़बूत बनाएगी, जिससे देश एक टिकाऊ और कम कार्बन भविष्य की ओर बढ़ेगा।

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