भारत में "Vans बसें 91ट्रक के Vans बस अनुभाग में आपका स्वागत है, जो विभिन्न प्रकार की बसों के लिए आपका समर्पित केंद्र है। चाहे आप बहुमुखी वैन, कुशल सिटी बसों, या जीवन रक्षक एम्बुलेंस के बारे में जानना चाहते हों, हमने आपको 91ट्रक में कवर किया है। हमारी व्यापक सूची Vans बसों के विस्तृत चयन की पेशकश करती है, जिनमें से प्रत्येक को अलग-अलग परिवहन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है। 91ट्रक में, हम आपकी परिचालन संबंधी मांगों को पूरा करने के लिए सही Vans बस खोजने के महत्व को समझते हैं। हमारे व्यापक खोज और फ़िल्टर विकल्प आपके मानदंडों के अनुरूप आदर्श वाहन ढूंढना आसान बनाते हैं। आज ही अपनी खोज शुरू करें और Vans बसों की दुनिया का अन्वेषण करें, यह जानते हुए कि आप अपनी परिवहन आवश्यकताओं का सही समाधान खोजने से बस कुछ ही क्लिक दूर हैं।"
न्यूगो ने 3,000 से ज़्यादा ड्राइवरों को विद्युत बस संचालन सिखायाग्रीनसेल मोबिलिटी द्वारा संचालित न्यूगो ने अब तक 3,000 से अधिक कोच कप्तानों और 400 कोच होस्टों को विद्युत बस संचालन के लिए प्रशिक्षण दे दिया है। यह कदम भारत में हरित परिवहन को बढ़ावा देने के साथ-साथ सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा...
बीएस-6 अनुकूल बसें – वाहन मालिकों को क्या जानना चाहिएभारत में बीएस-6 बसों की शुरुआत ने परिवहन व्यवसाय को चलाने और प्रबंधन करने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। सख्त प्रदूषण मानकों, नई तकनीकों और बदलती लागतों के साथ, हर व्यवसाय बस मालिक के लिए यह जानना ज़रूरी हो गया है कि बीएस-6 बदलाव उनके व्यवसाय क...
फ़ोर्स अर्बनिया बनाम टाटा विंगर स्टाफ – कौन सी प्रीमियम स्टाफ बस है बेहतर?आज की तेज़ी से बदलती दुनिया में जब बात स्टाफ ट्रांसपोर्ट की आती है, तो आराम और कुशलता बहुत ज़रूरी हो जाते हैं। दो प्रमुख कमर्शियल वाहन जो प्रीमियम स्टाफ बस सेगमेंट में नाम कमा रहे हैं, वो हैं फ़ोर्स अर्बनिया और टाटा विंगर स्टाफ बस। लेकिन सवाल है – कौ...
महिंद्रा क्रूज़िओ ग्रांडे बनाम टाटा स्टारबस – स्टाफ बस की टक्करजब बात होती है स्टाफ या स्कूल ट्रांसपोर्ट की, तो आराम और भरोसा सबसे अहम होते हैं। भारत के दो प्रमुख कमर्शियल व्हीकल ब्रांड—महिंद्रा क्रूज़िओ ग्रांडे और टाटा स्टारबस—इस श्रेणी में एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।चलिए देखते हैं कि ये दोनों कमर्शियल ब...
आइशर स्काईलाइन प्रो 3010 एल बस – क्या यह स्टाफ और स्कूल परिवहन के लिए उपयुक्त है?जब बात सुरक्षित, विश्वसनीय और आरामदायक यात्रा की होती है, चाहे वह स्टाफ के लिए हो या विद्यार्थियों के लिए, तो आइशर बसें एक भरोसेमंद विकल्प बन चुकी हैं। इन सभी में आइशर स्काईलाइन प्रो 3010 एल मॉडल खास रूप से ध्यान खींचता है। लेकिन क्या यह वास्तव में स...
स्कूल परिवहन के लिए टाटा विंगर बस कितनी कुशल है?जब बात स्कूल बस चुनने की आती है, तो सुरक्षा, विश्वसनीयता और ईंधन दक्षता किसी भी स्कूल या बेड़े संचालक की शीर्ष प्राथमिकताएं होती हैं। इस मामले में, टाटा विंगर बस ने भारतीय स्कूल परिवहन क्षेत्र में अपनी पहचान बना ली है। लेकिन क्या यह वास्तव में कुशल ह...
आपके संगठन के लिए बस को पट्टे पर लेना बनाम खरीदना – लाभ और हानिजब आपके व्यवसाय के लिए वाणिज्यिक बस प्राप्त करने की बात आती है, तो आपको एक बड़ा निर्णय लेना होता है: क्या आपको खरीदना चाहिए या पट्टे पर लेना चाहिए? दोनों विकल्पों के अपने-अपने लाभ और हानि हैं। इन बातों को जानकर आप सही वाणिज्यिक वाहन का चयन कर सकते है...
अशोक लेलैंड सर्किट एस बस: समीक्षा और विशेषताएंअशोक लेलैंड सर्किट एस बस भारत में सार्वजनिक परिवहन के लिए एक बड़ा कदम है। जैसे-जैसे शहर स्वच्छ और अधिक कुशल विकल्पों की तलाश कर रहे हैं, अशोक लेलैंड एक ऐसा व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत करता है जो शहरी परिवेश में वास्तव में काम करता है। यह वाहन दिखाता ह...
बेंगलुरु में आज से नई मेट्रो फीडर बस सेवा शुरूआज से बेंगलुरु महानगर परिवहन निगम (बीएमटीसी) ने एक नई मेट्रो फीडर बस सेवा शुरू की है। यह सेवा रूट संख्या 180-ए के अंतर्गत कवल बायरसंद्रा से मैसूर रोड बस स्टेशन के बीच चलेगी।मुख्य रास्ता और समय-सारणीयह रूट मेहकरी सर्कल, यशवंतपुर, राजाजीनगर, विजयनगर और...
भारत में पहली हाइड्रोजन ईंधन कोशिका बसें – लद्दाख से शुरू हुआ सफरभारत ने स्वच्छ परिवहन की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। लेह, लद्दाख में देश की पहली हाइड्रोजन ईंधन कोशिका बसों की शुरुआत हो चुकी है। कुल पाँच हाइड्रोजन बसें अब वाणिज्यिक उपयोग में लग चुकी हैं। ये विशेष रूप से उच्च ऊंचाई और कठिन मौसम के लिए बनाई गई वा...
टाटा मोटर्स, अशोक लेलैंड और वोल्वो-आयशर भारत में लगातार नए बस मॉडल लॉन्च कर रहे हैं। ये कंपनियाँ खासतौर पर इलेक्ट्रिक और फ्यूल-एफिशिएंट बसों पर ध्यान दे रही हैं ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।
भारत में नई बस की कीमत क्या है?
भारत में एक नई बस की कीमत करीब 15 लाख रुपये से शुरू होती है (स्टाफ या स्कूल बसों के लिए) और लग्ज़री या इलेक्ट्रिक बसों (जैसे वोल्वो और टाटा) के लिए 2 करोड़ रुपये तक जा सकती है।
भारत में नए बस मॉडल कौन-कौन से हैं?
भारत में हाल के नए बस मॉडल में वोल्वो 9600, आयशर स्काईलाइन प्रो-ई 13.5 मीटर, स्विच ईआईवी 12 और ईका ई9 शामिल हैं, जो इलेक्ट्रिक और प्रीमियम इंटरसिटी ट्रैवल पर फोकस करते हैं।
भारत में सबसे ताकतवर बस कौन सी है?
वोल्वो 9600 भारत की सबसे ताकतवर बस है, जिसमें 13-लीटर इंजन है जो 460 हॉर्स पावर पैदा करता है।
भारत में नए बस मॉडल किस तरह के बॉडी टाइप में मिलते हैं?
नए बस मॉडल स्लीपर, सीटर, लो-फ्लोर और इलेक्ट्रिक मोनोकॉक बॉडी टाइप में उपलब्ध हैं, जो इंटरसिटी और शहरी परिवहन की जरूरतों को पूरा करते हैं।
भारत में नए बस मॉडलों का माइलेज कितना है?
भारत में नए डीजल बस मॉडल का माइलेज लगभग 3 से 6 किलोमीटर प्रति लीटर होता है, जबकि इलेक्ट्रिक बसें एक बार चार्ज करने पर 200 से 400 किलोमीटर तक चल सकती हैं।
भारत में लंबी दूरी की यात्रा के लिए कौन सी बस सबसे अच्छी है?
वोल्वो 9600 और स्कैनिया मेट्रोलिंक भारत में लंबी दूरी की यात्रा के लिए सबसे अच्छी बसों में मानी जाती हैं। ये बेहतरीन कम्फर्ट, ताकतवर इंजन और एडवांस सेफ्टी फीचर्स देती हैं।
91ट्रक्स कैसे आपकी बस खरीदने में मदद कर सकता है?
91ट्रक्स आपको सही बस खरीदने में मदद करता है। यहां आपको विशेषज्ञ तुलना, नई कीमतें, गहरे रिव्यू और टॉप डीलरों से आसान संपर्क मिलता है, जिससे खरीददारी का अनुभव आसान और समझदारी भरा बनता है।
*कीमतें सांकेतिक हैं और बदल सकती हैं।
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