आवेग, जो एक कॉर्पोरेट फ्लीट प्रबंधन कंपनी है, और सिटीफ्लो, जो एक मोबिलिटी-टेक स्टार्टअप है, ने मिलकर दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों का एक नया बेड़ा शुरू किया है। इस साझेदारी से भारत के सबसे भीड़भाड़ वाले शहरों में से एक को अब प्रभावशाली और पर्यावरण के अनुकूल समाधान मिल पाएगा।
स्मार्ट परिवहन, शुद्ध हवा
दोनों कंपनियों का लक्ष्य कार्यरत पेशेवरों के लिए शहरी यात्रा को बेहतर बनाना है। सिटीफ्लो की इलेक्ट्रिक बसें खासतौर पर व्यवसायिक उपयोग के लिए बनाई गई हैं, जो कि स्मूद एक्सेलेरेशन, शांत सफर और मोबाइल ऐप के ज़रिए आरक्षण की सुविधा देती हैं। आवेग की इलेक्ट्रिक बसें निश्चित मार्गों पर चलेंगी ताकि यात्रा का समय और ऊर्जा की खपत कम की जा सके।
हर बस बैटरी से चलती है। इसमें धुएं का कोई उत्सर्जन नहीं होता और आवाज़ भी न के बराबर होती है। इससे दिल्ली की वायु और ध्वनि प्रदूषण दोनों में कमी आती है। यह स्वच्छ यात्रा की दिशा में एक अच्छा कदम है।
व्यवसाय बसों की ओर यथार्थवादी बदलाव
डीजल से चलने वाली बसें भारी मात्रा में प्रदूषण फैलाती हैं। उनका रखरखाव महंगा होता है और ईंधन की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं। लेकिन इलेक्ट्रिक व्यवसाय बसें कम लागत में चलती हैं और उन्हें ज्यादा मरम्मत की आवश्यकता नहीं होती। भारत की तेजी से अपनाने की योजना भाग-दो (FAME-II) के अंतर्गत इन फ्लीट्स को टैक्स में छूट और प्रोत्साहन भी मिलते हैं।
आवेग और सिटीफ्लो इन सभी फायदों को समझते हैं। इन्होंने लागत बचत के साथ टिकाऊ परिवहन को जोड़ा है। अब कंपनियां अपने कर्मचारियों को स्थानांतरित कर सकती हैं और साथ ही पर्यावरणीय लक्ष्य भी पूरा कर सकती हैं।
बेहतर तकनीक के साथ बेहतर परिवहन
हर इलेक्ट्रिक बस में जीपीएस ट्रैकिंग और मार्ग प्रबंधन की सुविधा होती है। ये तकनीक समय पर पहुंच सुनिश्चित करने के साथ-साथ पूरे बेड़े का डेटा विश्लेषण भी आसान बनाती है। फ्लीट प्रबंधक देख सकते हैं कि कौन से मार्ग सबसे बेहतर हैं, देरी कहां हो रही है और संचालन को कैसे सुधारा जाए।
इस तरह की तकनीकी जानकारी से व्यवसाय वाहन संचालन में बड़ा बदलाव आता है। अब फ्लीट मालिक केवल लोगों को नहीं बल्कि संसाधनों, डेटा और उत्सर्जन को भी वास्तविक समय में नियंत्रित कर सकते हैं।
कॉर्पोरेट भारत के लिए एक बढ़ती हुई योजना
कारोबारी यात्राओं की मांग लगातार बढ़ रही है। शहर की सड़कों पर भीड़ है, पार्किंग की जगह कम है, और कर्मचारी समय पर आने-जाने की उम्मीद रखते हैं। व्यवसाय बसें, विशेष रूप से इलेक्ट्रिक बसें, इन सभी समस्याओं का एक साथ समाधान देती हैं। ये यात्रा की गुणवत्ता बढ़ाती हैं, संचालन लागत घटाती हैं और वाहनों की संख्या भी कम करती हैं।
सिटीफ्लो और आवेग इस मॉडल को आगे बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। दिल्ली के बाद वे बेंगलुरु और मुंबई को भी इस सेवा में शामिल करना चाहते हैं। मांग और आधारभूत ढांचे के अनुसार और भी शहरों में विस्तार किया जाएगा।
निष्कर्ष
दिल्ली में सिटीफ्लो और आवेग द्वारा इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत ने व्यवसाय यात्रा के प्रबंधन का तरीका बदल दिया है। ये इलेक्ट्रिक व्यवसाय वाहन स्मार्ट तकनीक, शून्य उत्सर्जन और कॉर्पोरेट सेवा मानकों का संयोजन हैं। जैसे-जैसे अधिक कंपनियां हरित पहल को प्राथमिकता दे रही हैं, यह साझेदारी भारत में शहरी यात्रा का नया मानक बन सकती है।
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