साल 2025 में भारत में व्यवसाय वाहन क्षेत्र तेज़ी से बदल रहा है। ऐसे में फ्लीट मालिकों के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा है – क्या उन्हें बीएस6 ट्रक लेने चाहिए या सीएनजी ट्रक? बदलते नियम, ईंधन की कीमतें और परिचालन लागत को ध्यान में रखते हुए, सही वाहन चुनना आज के समय में एक ज़रूरी और समझदारी भरा फैसला बन गया है।
बीएस6 ट्रक: नये नियमों के अनुसार और ताकतवर
बीएस6 मानकों के लागू होने के बाद, भारत में डीज़ल वाहनों को ज़्यादा साफ और पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है। बीएस6 ट्रकों में डीज़ल पार्टिकुलेट फ़िल्टर और सेलेक्टिव कैटेलिटिक रिडक्शन जैसी तकनीकें लगी होती हैं, जिससे यह कम प्रदूषण करते हैं।
सीएनजी ट्रक: सस्ता और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प
सीएनजी (कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस) ट्रक अब शहरी क्षेत्रों में तेज़ी से लोकप्रिय हो रहे हैं। ईंधन सस्ता होने और सरकार द्वारा मिलने वाली सहायता के कारण ये व्यवसाय के लिए किफायती विकल्प बनते जा रहे हैं।
कीमत और चलने की लागत तुलना – 2025
श्रेणी | बीएस6 ट्रक | सीएनजी ट्रक |
शुरुआती कीमत | ₹12 लाख – ₹40 लाख | ₹9 लाख – ₹25 लाख |
प्रति किलोमीटर ईंधन खर्च | ₹5 – ₹6 | ₹2.5 – ₹3.5 |
कहां उपयोगी | लंबी दूरी, भारी माल ढुलाई | शहर के अंदर, हल्के माल की डिलीवरी |
साल 2025 में कौन सा विकल्प सही रहेगा?
निष्कर्ष
भारत में साल 2025 में व्यवसाय ट्रक का बाज़ार बदलाव के दौर से गुजर रहा है। जहां एक तरफ बीएस6 ट्रक ताकत और भरोसेमंद विकल्प हैं, वहीं सीएनजी ट्रक कम लागत और साफ वातावरण की ओर बढ़ने का संकेत हैं।
अंततः सही चुनाव आपकी ज़रूरत, बजट और परिचालन क्षेत्र पर निर्भर करता है। यदि समझदारी से चुनाव किया जाए, तो दोनों ही विकल्प व्यवसाय को आगे ले जाने में मदद कर सकते हैं।
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