एक ऐसे देश में जहाँ वर्कफोर्स मोबिलिटी केवल एक सुविधा नहीं बल्कि एक आवश्यकता है, सही स्टाफ मिनीबस का चुनाव बहुत बड़ा फर्क ला सकता है। चाहे आप किसी कॉर्पोरेट फ्लीट का प्रबंधन कर रहे हों या किसी संस्थागत परिवहन की जिम्मेदारी संभाल रहे हों, आपके द्वारा चुनी गई गाड़ी यह दर्शाती है कि आप कार्यक्षमता, आराम और अपनी टीम की दैनिक यात्रा को कितना महत्व देते हैं।
टाटा अल्ट्रा प्राइम और अशोक लेलैंड चीता — दोनों ही गाड़ियाँ लोगों की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं, लेकिन अपने-अपने तरीके से। तो 2025 में, भारत के व्यवसायों के लिए कौन-सी मिनीबस सबसे समझदारी भरा निवेश साबित होती है? चलिए विस्तार से जानते हैं।
टाटा मोटर्स के नवीनतम अल्ट्रा प्लेटफॉर्म पर बनी, अल्ट्रा प्राइम एक साधारण बस नहीं, बल्कि एक वादा है — आसान यात्रा, कम परिचालन लागत, और आराम व प्रदर्शन का संतुलित संयोजन। यह हल्की है, फुर्तीली है और आधुनिक स्टाफ ट्रांसपोर्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
लंबी दूरी पर बड़े समूहों को ले जाने के लिए डिज़ाइन की गई, यह शक्तिशाली बस एक बड़ा इंजन, अधिक टॉर्क और बड़े आयामों के साथ आती है। जब आपको ज़रूरत हो शक्ति, क्षमता और टिकाऊपन की — तब यह व्यवसाय वैन हर मोर्चे पर खरी उतरती है।
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फीचर | टाटा अल्ट्रा प्राइम | अशोक लेलैंड चीता |
इंजन | 3.3L टर्बो डीज़ल | 5.76L H-सीरीज़ टर्बो |
पावर आउटपुट | 117 kW @ 2600 RPM | 147 kW |
टॉर्क | 475 Nm @ 1600–2000 RPM | 700 Nm |
गियरबॉक्स | G550 6-स्पीड, केबल शिफ्ट | 6-स्पीड ओवरड्राइव |
क्लच | 330 मिमी डायामीटर | सिंगल प्लेट, एयर-असिस्टेड |
मापदंड | टाटा अल्ट्रा प्राइम | अशोक लेलैंड चीता |
लंबाई | 8840 मिमी | 8400 – 10174 मिमी |
चौड़ाई | अधिकतम 2550 मिमी | 2600 मिमी |
सीटिंग क्षमता | 34 STD / 42–48 SKL | 24+D से 50+D तक |
व्हीलबेस | 4400 मिमी | 4200 – 5334 मिमी |
अधिकतम GVW | 8700 किग्रा | 16200 किग्रा |
दरवाजे | एकल | एकल / डबल डोर विकल्प |
ईंधन आँकड़े | टाटा अल्ट्रा प्राइम | अशोक लेलैंड चीता |
फ्यूल टैंक | 120 लीटर | 185 – 239 लीटर |
DEF टैंक | 18 – 25 लीटर | 24 लीटर |
अगर आप संकरी शहर की सड़कों पर चलना चाहते हैं, कम संचालन लागत को प्राथमिकता देते हैं और आसान हैंडलिंग चाहते हैं — तो टाटा अल्ट्रा प्राइम आपके लिए एक चतुर, कुशल और आरामदायक विकल्प है। यह शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त व्यवसाय समाधान है।
वहीं, अगर आपकी रूट लंबी हैं, टीम बड़ी है या रास्ते कठिन हैं — तो अशोक लेलैंड चीता आपकी ज़रूरतों के लिए उपयुक्त है। यह क्षमता, मजबूती और टिकाऊपन के मामले में बेहतरीन प्रदर्शन करता है और भारी-भरकम व्यवसाय संचालन के लिए एकदम सही है।
आख़िरकार, दोनों ही बसें बेहतरीन पैसेंजर वैन विकल्प हैं और अपनी-अपनी श्रेणी में अव्वल हैं। चाहे आप टाटा मिनीबस पसंद करें या फिर चीता को चुनें — आपके स्टाफ की यात्रा आरामदायक और भरोसेमंद ही होगी।
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